रायपुर । प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था, निर्दोष लोगों की गिरफ्तारी और लगातार बढ़ते आपराधिक मामलों को लेकर गुरुवार को छत्तीसगढ़ NSUI, युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस ने संयुक्त रूप से प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा के निवास का घेराव किया और गृहमंत्री से इस्तीफा मांगा। प्रदर्शनकारियों ने रायपुर में जिला कांग्रेस भवन, गांधी मैदान में सैकड़ों की तादाद में एकजुट होकर गृहमंत्री का निवास घेरने एवं उनसे इस्तीफे की मांग करने के लिए रैली निकाली। इस घेराव में सैकड़ों की संख्या में नारेबाजी करते हुए NSUI, युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा महिला थाने के पास पुलिस ने घेराबंदी कर प्रदर्शनकारियों को रोका। प्रदर्शनकारियों ने “गृहमंत्री विजय शर्मा इस्तीफा दो” के नारों के साथ निवास घेरने का प्रयास किया। पुलिस बल द्वारा प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की गई, जिससे दोनों पक्षों के बीच में खींचातानी का माहौल देखा गया। युवा कार्यकर्ताओं ने विजय शर्मा का पुतला जलाया और बैरिकेड को लांघकर घर की ओर बढ़ने का प्रयास किया। लगातार दो घंटे तक पुलिस के साथ संघर्ष जारी रहा और कार्यकर्ता सड़क पर बैठकर नारे लगाते रहे।

प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा ने कहा, “छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था लचर हो चुकी है। बलोदा बाजार और चाकूबाजी जैसी घटनाएं आम हो चुकी हैं। कल भी रायपुर में थाना परिसर के अंदर चाकू चलाए गए। हम सैकड़ों की तादाद में गृहमंत्री से इस्तीफे की मांग करने उनके निवास पहुंचे थे, जहां पुलिस ने हमें महिला थाना के पास रोककर खींचातानी की और हमारे कार्यकर्ताओं को चोटें आईं। यह लड़ाई रुकेगी नहीं, हम आगे भी प्रदर्शन जारी रखेंगे जब तक प्रदेश में यह सारी घटनाएं बंद नहीं हो जातीं।”

वहीं राज्यसभा सांसद फूलों देवी नेताम ने कहा: “प्रदेश में आपराधिक मामले बढ़ते जा रहे हैं और महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। बलोदा बाजार जैसी घटना, जो पहले कभी नहीं हुई, अब हो रही है। इसको लेकर महिला कांग्रेस और युवा साथियों ने गृहमंत्री के घर का घेराव किया और उनसे इस्तीफे की मांग की। प्रदेश में कानून व्यवस्था लचर हो चुकी है और गृहमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए।”

NSUI प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडे ने कहा: “प्रदेश में कानून व्यवस्था लचर हो गई है और कोई भी वर्ग सुरक्षित नहीं है। छात्रों के साथ भी घटनाएं बढ़ रही हैं। जब से भाजपा की सरकार आई है और विजय शर्मा गृहमंत्री बने हैं, कानून व्यवस्था लाचार हो गई है। अपराधियों का खुलेआम अपराध करना आम हो गया है और पुलिस निर्दोष लोगों को जेल में डाल रही है। हम इसका विरोध करते हैं और गृहमंत्री से इस्तीफे की मांग करते हैं।”

इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से राज्यसभा सांसद फूलों देवी नेताम, पूर्व विधायक विकास उपाध्याय, शहर अध्यक्ष गिरीश दुबे, युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा, NSUI प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडे के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए।

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कोई काम नहीं किया-अंबिकापुर। श्रमिक दिवस के अवसर पर गुरुवार 1 मई को जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय राजीव भवन में श्रमिकों का सम्मान कर उन्हें उपहार दिया गया। इस दौरान देश की श्रम शक्ति के उत्थान में कांग्रेस के योगदान और जाति जनगणना की कांग्रेस की मांग पूरी होने से श्रमिक वर्ग के उत्थान पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में शामिल श्रमिकों से बात कर उनकी समस्याओं को भी जाना गया। श्रमिकों की ओर से सर्वाधिक प्रमुख मांग असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए कार्यस्थल पर सुरक्षा के साथ ही पेंशन और बीमा की रही।आयोजित सभा को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने कहा कि देश के श्रमिकों के हित में कांग्रेस ने देश में अनेक योजनाएं लागू की, जिससे संगठित और असंगठित सभी क्षेत्र के श्रमिकों को लाभ हुआ। विगत 11 वर्ष के कार्यकाल में मोदी सरकार श्रमिकों के हित में कोई कार्य नहीं कर पाई है। कांग्रेस के द्वारा लाई गई मनरेगा योजना को लगातार कमजोर किया जा रहा है। पूंजीपतियों के हित में मजदूरी में वाजिब इजाफा नहीं हो रहा है। सरकार की पूंजीवादी नीति के कारण श्रमिकों के साथ ही देश के नौकरी पेशा मध्यम वर्ग की कमर टूट रही है, जबकि पूंजीपतियों की आमदनी में दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने संसद में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी का आभार जताते हुए कहा कि उनके मुहिम और दबाव में मोदी सरकार जातीय जनगणना कराने जा रही है। इसके आंकड़े आने पर सर्वाधिक फायदा श्रमिक वर्ग को होगा। पूर्व केबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि विगत 11 वर्ष के मोदीजी के कार्यकाल में श्रमिकों और कृषकों के हित की बात स्थगित हो गई है। आय की असमानता बढ़ी है। जातीय जनगणना की मांग पूरी होने पर उन्होंने राहुल गांधी का आभार जताया है। श्रम कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष शफी अहमद ने सभा में मौजूद श्रमिकों को जानकारी दी कि कांग्रेस के कार्यकाल में किस प्रकार श्रमिकों के हित की योजनाएं बनाई गई और उन्हें लागू किया गया। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद श्रमिकों को उन नियमों की जानकारी दी, जिससे श्रमिक कार्यस्थल की सुरक्षा के साथ ही भावी जीवन को भी सुरक्षित कर सकते हैं। कार्यक्रम को अन्य कई वक्ताओं ने संबोधित किया। इस मौके पर 20 सूत्रीय कार्यक्रम के पूर्व उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल,  हेमंत सिन्हा, मो. इस्लाम, अरविंद सिंह गप्पू, दुर्गेश गुप्ता, अनिल सिंह, शफीक खान, रामविनय सिंह, मेराज गुड्डू, जे. कुजूर, लालचंद यादव, अनूप मेहता, अशफाक अली, जीवन यादव, आतिश शुक्ला, शिवप्रसाद अग्रहरि, दीपक मिश्रा, संजय सिंह, दिलीप धर, शकीला सिद्दीकी, अनिता सिन्हा, चंचला सांडिल्य, रूपा ताम्रकार, अंजू सिंह, ममता सिंह, विजय बेक, अनुराग नामदेव, आदर्श बंसल, दिवाकर दुबे, इश्तेयाक खान मौजूद थे।