राज्य स्तरीय उल्लास मेला सरगुजा जिले से स्वयंसेवी शिक्षक श्रुति तिवारी और प्रतिमा सिंह हुई सम्मानित
अंबिकापुर। अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के समक्ष सरगुजा की सुनीता दास को वक्तव्य का मौका मिला, वहीं राज्य स्तरीय उल्लास मेला में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के हाथों साक्षरता कार्यक्रम में शामिल रही सरगुजा जिले से स्वयंसेवी शिक्षक श्रुति तिवारी और प्रतिमा सिंह सम्मानित हुई।
कलेक्टर सरगुजा विलास भोसकर के मार्गदर्शन व मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत नूतन कुमार कंवर के नेतृत्व में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर नई दिल्ली विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में सरगुजा जिले से प्रभारी अधिकारी के रूप में सुनिता दास, सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय के स्वयंसेवी शिक्षक विष्णु कुमार, विवेक यादव एवं अंबिकापुर विकासखंड से नवसाक्षर चमकीला दास एवं लीलावती पैकरा सम्मिलित हुए। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ से प्रतिनिधि के रूप में सुनिता दास को विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति के समक्ष वक्तव्य का मौका मिला, जिसमें उन्होंने साक्षरता कार्यक्रम पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने इस सुनहरे अवसर के लिए छत्तीसगढ़ शासन एवं जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया। सरगुजा संभाग के स्टॉल प्रभारी व प्रस्तुतकर्ता गिरीश गुप्ता, डीपीओ साक्षरत ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि राजधानी रायपुर में आयोजित राज्य स्तरीय उल्लास मेला कार्यक्रम में सरगुजा जिले की टीएलएम एफएलएन सामग्री से संबंधित स्टॉल प्रदर्शनी लगाई गई, जिसका अवलोकन मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय व स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी ने किया। अतिथियों को स्टॉल से संबंधित जानकारी दी गई। राज्य स्तरीय उल्लास मेला में सरगुजा जिले की स्वयंसेवी शिक्षक श्रुति तिवारी, शासकीय कन्या उमावि व संत हरकेवल शिक्षा महाविद्यालय की छात्रा व स्वयंसेवी शिक्षक प्रतिमा सिंह को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के कर कमलों से प्रशस्ति पत्र, शाल व श्रीफल देकर सम्मानित किया गया, साथ ही पंडित दीनदयाल ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में वक्तव्य का अवसर भी मिला।

Spread the love

You missed

कोई काम नहीं किया-अंबिकापुर। श्रमिक दिवस के अवसर पर गुरुवार 1 मई को जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय राजीव भवन में श्रमिकों का सम्मान कर उन्हें उपहार दिया गया। इस दौरान देश की श्रम शक्ति के उत्थान में कांग्रेस के योगदान और जाति जनगणना की कांग्रेस की मांग पूरी होने से श्रमिक वर्ग के उत्थान पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में शामिल श्रमिकों से बात कर उनकी समस्याओं को भी जाना गया। श्रमिकों की ओर से सर्वाधिक प्रमुख मांग असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए कार्यस्थल पर सुरक्षा के साथ ही पेंशन और बीमा की रही।आयोजित सभा को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने कहा कि देश के श्रमिकों के हित में कांग्रेस ने देश में अनेक योजनाएं लागू की, जिससे संगठित और असंगठित सभी क्षेत्र के श्रमिकों को लाभ हुआ। विगत 11 वर्ष के कार्यकाल में मोदी सरकार श्रमिकों के हित में कोई कार्य नहीं कर पाई है। कांग्रेस के द्वारा लाई गई मनरेगा योजना को लगातार कमजोर किया जा रहा है। पूंजीपतियों के हित में मजदूरी में वाजिब इजाफा नहीं हो रहा है। सरकार की पूंजीवादी नीति के कारण श्रमिकों के साथ ही देश के नौकरी पेशा मध्यम वर्ग की कमर टूट रही है, जबकि पूंजीपतियों की आमदनी में दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने संसद में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी का आभार जताते हुए कहा कि उनके मुहिम और दबाव में मोदी सरकार जातीय जनगणना कराने जा रही है। इसके आंकड़े आने पर सर्वाधिक फायदा श्रमिक वर्ग को होगा। पूर्व केबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि विगत 11 वर्ष के मोदीजी के कार्यकाल में श्रमिकों और कृषकों के हित की बात स्थगित हो गई है। आय की असमानता बढ़ी है। जातीय जनगणना की मांग पूरी होने पर उन्होंने राहुल गांधी का आभार जताया है। श्रम कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष शफी अहमद ने सभा में मौजूद श्रमिकों को जानकारी दी कि कांग्रेस के कार्यकाल में किस प्रकार श्रमिकों के हित की योजनाएं बनाई गई और उन्हें लागू किया गया। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद श्रमिकों को उन नियमों की जानकारी दी, जिससे श्रमिक कार्यस्थल की सुरक्षा के साथ ही भावी जीवन को भी सुरक्षित कर सकते हैं। कार्यक्रम को अन्य कई वक्ताओं ने संबोधित किया। इस मौके पर 20 सूत्रीय कार्यक्रम के पूर्व उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल,  हेमंत सिन्हा, मो. इस्लाम, अरविंद सिंह गप्पू, दुर्गेश गुप्ता, अनिल सिंह, शफीक खान, रामविनय सिंह, मेराज गुड्डू, जे. कुजूर, लालचंद यादव, अनूप मेहता, अशफाक अली, जीवन यादव, आतिश शुक्ला, शिवप्रसाद अग्रहरि, दीपक मिश्रा, संजय सिंह, दिलीप धर, शकीला सिद्दीकी, अनिता सिन्हा, चंचला सांडिल्य, रूपा ताम्रकार, अंजू सिंह, ममता सिंह, विजय बेक, अनुराग नामदेव, आदर्श बंसल, दिवाकर दुबे, इश्तेयाक खान मौजूद थे।