लखनपुर। इंटरनेट मीडिया में इन दिनों लखनपुर नगर पंचायत के उपाध्यक्ष राम नारायण दुबे का त्यागपत्र वायरल हो रहा है। इसमें उल्लेखित है कि उनके द्वारा नगर पंचायत क्षेत्र में तालाब के मेड़ की भूमि पर मनमाना तरीके से अवैध निर्माण की जानकारी दी गई थी, इसके बावजूद निर्माण बेरोकटोक जारी है। मुख्य नगर पालिका अधिकारी के कृत्यों से वे कुंठित होकर नपं उपाध्यक्ष ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी को व्हाट्सएप के माध्यम से त्यागपत्र भेज दिया है। यह त्यागपत्र सोशल मीडिया में वायरल होने के साथ ही नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है। पत्र में यह भी उल्लेखित है कि उनके द्वारा नगर पंचायत से संबंधित कार्यों की जानकारी मांगने पर नहीं बताया जाता है। तालाब के मेड़ में निर्माण की जानकारी देने के बाद भी इसे अनदेखा कर दिया गया, इससे जनता में आक्रोश है। जनता से मिली सूचना को नगर पंचायत के जिम्मेदार अधिकारी को बताने के बाद भी इसका निराकरण नहीं होने से वे खुद को असक्षम पा रहे हैं, जिस कारण उनका इस पद पर बने रहना युक्ति संगत नहीं है। जनता की भावनाओं को देखते हुए त्यागपत्र को स्वीकार किया जाना आवश्यक है। इसकी प्रतिलिपि उन्होंने कलेक्टर सरगुजा और संयुक्त संचालक, नगरीय निकाय सरगुजा संभाग को भी दी है। नगर पंचायत उपाध्यक्ष के द्वारा दिए गए त्यागपत्र के बाद आमजनों के बीच से तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। बहरहाल अधिकारी अधिकृत रूप से अभी त्यागपत्र नहीं देने की बात कर रहे हैं।
अधिकृत रूप से नहीं दिया त्यागपत्र-सीएमओ
प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी विद्यासागर चौधरी ने चर्चा के दौरान बताया कि नगर पंचायत उपाध्यक्ष रामनारायण दुबे के द्वारा व्हाट्सएप में त्यागपत्र दिया गया है। अधिकृत रूप से उनके द्वारा कार्यालय में त्यागपत्र नहीं दिया गया है। इस संबंध में उनसे चर्चा की जा रही है।

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कोई काम नहीं किया-अंबिकापुर। श्रमिक दिवस के अवसर पर गुरुवार 1 मई को जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय राजीव भवन में श्रमिकों का सम्मान कर उन्हें उपहार दिया गया। इस दौरान देश की श्रम शक्ति के उत्थान में कांग्रेस के योगदान और जाति जनगणना की कांग्रेस की मांग पूरी होने से श्रमिक वर्ग के उत्थान पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में शामिल श्रमिकों से बात कर उनकी समस्याओं को भी जाना गया। श्रमिकों की ओर से सर्वाधिक प्रमुख मांग असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए कार्यस्थल पर सुरक्षा के साथ ही पेंशन और बीमा की रही।आयोजित सभा को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने कहा कि देश के श्रमिकों के हित में कांग्रेस ने देश में अनेक योजनाएं लागू की, जिससे संगठित और असंगठित सभी क्षेत्र के श्रमिकों को लाभ हुआ। विगत 11 वर्ष के कार्यकाल में मोदी सरकार श्रमिकों के हित में कोई कार्य नहीं कर पाई है। कांग्रेस के द्वारा लाई गई मनरेगा योजना को लगातार कमजोर किया जा रहा है। पूंजीपतियों के हित में मजदूरी में वाजिब इजाफा नहीं हो रहा है। सरकार की पूंजीवादी नीति के कारण श्रमिकों के साथ ही देश के नौकरी पेशा मध्यम वर्ग की कमर टूट रही है, जबकि पूंजीपतियों की आमदनी में दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने संसद में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी का आभार जताते हुए कहा कि उनके मुहिम और दबाव में मोदी सरकार जातीय जनगणना कराने जा रही है। इसके आंकड़े आने पर सर्वाधिक फायदा श्रमिक वर्ग को होगा। पूर्व केबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि विगत 11 वर्ष के मोदीजी के कार्यकाल में श्रमिकों और कृषकों के हित की बात स्थगित हो गई है। आय की असमानता बढ़ी है। जातीय जनगणना की मांग पूरी होने पर उन्होंने राहुल गांधी का आभार जताया है। श्रम कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष शफी अहमद ने सभा में मौजूद श्रमिकों को जानकारी दी कि कांग्रेस के कार्यकाल में किस प्रकार श्रमिकों के हित की योजनाएं बनाई गई और उन्हें लागू किया गया। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद श्रमिकों को उन नियमों की जानकारी दी, जिससे श्रमिक कार्यस्थल की सुरक्षा के साथ ही भावी जीवन को भी सुरक्षित कर सकते हैं। कार्यक्रम को अन्य कई वक्ताओं ने संबोधित किया। इस मौके पर 20 सूत्रीय कार्यक्रम के पूर्व उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल,  हेमंत सिन्हा, मो. इस्लाम, अरविंद सिंह गप्पू, दुर्गेश गुप्ता, अनिल सिंह, शफीक खान, रामविनय सिंह, मेराज गुड्डू, जे. कुजूर, लालचंद यादव, अनूप मेहता, अशफाक अली, जीवन यादव, आतिश शुक्ला, शिवप्रसाद अग्रहरि, दीपक मिश्रा, संजय सिंह, दिलीप धर, शकीला सिद्दीकी, अनिता सिन्हा, चंचला सांडिल्य, रूपा ताम्रकार, अंजू सिंह, ममता सिंह, विजय बेक, अनुराग नामदेव, आदर्श बंसल, दिवाकर दुबे, इश्तेयाक खान मौजूद थे।