बिश्रामपुर। नगर पंचायत क्षेत्र के आडीटोरियम में स्वच्छता अभियान की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। यहां पर एसईसीएल प्रबंधन द्वारा वैवाहिक व अन्य पार्टी कार्यक्रम की राशि बुकिंग हेतु वसूल कर ली जाती है लेकिन उसके बाद कचरा को वहीं छोड़ दिया जाता है। गौरतलब है कि नगर पंचायत क्षेत्र के दशहरा मैदान के समीप एसईसीएल प्रबंधन द्वारा लाखों रुपए खर्च करके वर्षों से जर्जर हो चुके इकलौते आडीटोरियम का मरम्मत कार्य कराकर अब इसे वैवाहिक व अन्य कार्यक्रमों हेतु निर्धारित राशि लेकर बुकिंग दिया जाता है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि बुकिंग में कार्यक्रम संपन्न होने उपरांत एसईसीएल प्रबंधन अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए यहां एकत्र कचरे को वहीं पर लावारिश छोड़ दिया जाता है। जिससे यहां पर स्वच्छता अभियान की खुलेआम धज्जियां उड़ रही है। कार्यक्रम के नाम पर भारी भरकम राशि वसूली करने के बाद भी एसईसीएल प्रबंधन द्वारा यहां पर सफाई नहीं कराए जाने से आसपास के लोगों को गंदगी की वजह से खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि एक तरफ एसईसीएल प्रबंधन द्वारा इन दिनों स्वच्छता पखवाड़ा समारोह आयोजित किया जा रहा है लेकिन मैदानी स्तर पर व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए जाने के उद्देश्य से कोई ठोस पहल नहीं की जा रही है, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि एसईसीएल प्रबंधन की स्वच्छता पखवाड़ा समारोह केवल कागजों में ही पूर्ण रूप से सफल होती नजर आ रही है। क्षेत्रवासियों द्वारा यहां पर लावारिश फेंके गए कचरा की अविलंब सफाई कराए जाने की मांग की गई है। 

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कोई काम नहीं किया-अंबिकापुर। श्रमिक दिवस के अवसर पर गुरुवार 1 मई को जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय राजीव भवन में श्रमिकों का सम्मान कर उन्हें उपहार दिया गया। इस दौरान देश की श्रम शक्ति के उत्थान में कांग्रेस के योगदान और जाति जनगणना की कांग्रेस की मांग पूरी होने से श्रमिक वर्ग के उत्थान पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में शामिल श्रमिकों से बात कर उनकी समस्याओं को भी जाना गया। श्रमिकों की ओर से सर्वाधिक प्रमुख मांग असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए कार्यस्थल पर सुरक्षा के साथ ही पेंशन और बीमा की रही।आयोजित सभा को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने कहा कि देश के श्रमिकों के हित में कांग्रेस ने देश में अनेक योजनाएं लागू की, जिससे संगठित और असंगठित सभी क्षेत्र के श्रमिकों को लाभ हुआ। विगत 11 वर्ष के कार्यकाल में मोदी सरकार श्रमिकों के हित में कोई कार्य नहीं कर पाई है। कांग्रेस के द्वारा लाई गई मनरेगा योजना को लगातार कमजोर किया जा रहा है। पूंजीपतियों के हित में मजदूरी में वाजिब इजाफा नहीं हो रहा है। सरकार की पूंजीवादी नीति के कारण श्रमिकों के साथ ही देश के नौकरी पेशा मध्यम वर्ग की कमर टूट रही है, जबकि पूंजीपतियों की आमदनी में दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने संसद में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी का आभार जताते हुए कहा कि उनके मुहिम और दबाव में मोदी सरकार जातीय जनगणना कराने जा रही है। इसके आंकड़े आने पर सर्वाधिक फायदा श्रमिक वर्ग को होगा। पूर्व केबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि विगत 11 वर्ष के मोदीजी के कार्यकाल में श्रमिकों और कृषकों के हित की बात स्थगित हो गई है। आय की असमानता बढ़ी है। जातीय जनगणना की मांग पूरी होने पर उन्होंने राहुल गांधी का आभार जताया है। श्रम कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष शफी अहमद ने सभा में मौजूद श्रमिकों को जानकारी दी कि कांग्रेस के कार्यकाल में किस प्रकार श्रमिकों के हित की योजनाएं बनाई गई और उन्हें लागू किया गया। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद श्रमिकों को उन नियमों की जानकारी दी, जिससे श्रमिक कार्यस्थल की सुरक्षा के साथ ही भावी जीवन को भी सुरक्षित कर सकते हैं। कार्यक्रम को अन्य कई वक्ताओं ने संबोधित किया। इस मौके पर 20 सूत्रीय कार्यक्रम के पूर्व उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल,  हेमंत सिन्हा, मो. इस्लाम, अरविंद सिंह गप्पू, दुर्गेश गुप्ता, अनिल सिंह, शफीक खान, रामविनय सिंह, मेराज गुड्डू, जे. कुजूर, लालचंद यादव, अनूप मेहता, अशफाक अली, जीवन यादव, आतिश शुक्ला, शिवप्रसाद अग्रहरि, दीपक मिश्रा, संजय सिंह, दिलीप धर, शकीला सिद्दीकी, अनिता सिन्हा, चंचला सांडिल्य, रूपा ताम्रकार, अंजू सिंह, ममता सिंह, विजय बेक, अनुराग नामदेव, आदर्श बंसल, दिवाकर दुबे, इश्तेयाक खान मौजूद थे।