मामला धरमपुर-चिकनी का, कौतूहलवश मौके पर लगी ग्रामीणों की भीड़
भटगांव। सूरजपुर जिले के भैयाथान ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत धरमपुर-चिकनी में एक ग्रामीण के खेत में रविवार को बोरवेल लगाने के समय कराए गए बोर से आग निकलने लगी, जिससे ग्रामीण सहम गए। घटना का वीडियो ग्रामीणों ने सोशल मीडिया पर वारयल किया है। बोरवेल में मीथेन नेचुरल गैस के कारण आग की लपटें निकलने की संभावना है।
जानकारी के मुताबिक एसईसीएल भटगांव मुख्यालय से लगभग 5 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत धरमपुर-चिकनी गांव में एक किसान के खेत में बोरवेल का काम शनिवार को शुरू किया गया था। रविवार को बोर का काम पूरा हुुआ। काम पूरा करने के बाद बोरवेल मशीन लेकर चालक और सहयोगी वापस चले गए थे। बोरवेल का काम पूरा होने के कुछ देर बाद ही मौके पर गैस की महक आने लगी। जिज्ञासावश जब माचिस जलाया तो आग की लपट निकलने लगी, इससे ग्रामीण सहम गए। आग की लपट पर काबू पाने के लिए ग्रामीणों ने बोरवेल के पाइप पर गीला बोरा भी डाला, लेकिन आग की लपटों ने बोरे को भी जला दिया। भटगांव क्षेत्र में कोयले का अकूत भंडार है। एसईसीएल भटगांव क्षेत्र में मीथेन नेचुरल गैस की भी खोज हो चुकी है। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि आग गैस के कारण बोरवेल से निकल रही है। संभवत: बोर मीथेन नेचुरल गैस के गर्भ तक पहुंच गई है। इसकी सूचना प्रशासनिक अमले को भी दी गई है। सोमवार शाम तक मौके पर बड़ी संख्या में लोग कौतूहलवश डटे रहे। बता दें कि मीथेन का मुख्य घटक प्राकृतिक गैस है। इसे लाखों वर्षों में उच्च दबाव और उच्च तापमान प्रक्रियाओं के द्वारा प्राप्त किया जा सकता है, जो गहरे भूमिगत जीवाश्म ईंधन का उत्पादन करते हैं।

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कोई काम नहीं किया-अंबिकापुर। श्रमिक दिवस के अवसर पर गुरुवार 1 मई को जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय राजीव भवन में श्रमिकों का सम्मान कर उन्हें उपहार दिया गया। इस दौरान देश की श्रम शक्ति के उत्थान में कांग्रेस के योगदान और जाति जनगणना की कांग्रेस की मांग पूरी होने से श्रमिक वर्ग के उत्थान पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में शामिल श्रमिकों से बात कर उनकी समस्याओं को भी जाना गया। श्रमिकों की ओर से सर्वाधिक प्रमुख मांग असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए कार्यस्थल पर सुरक्षा के साथ ही पेंशन और बीमा की रही।आयोजित सभा को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने कहा कि देश के श्रमिकों के हित में कांग्रेस ने देश में अनेक योजनाएं लागू की, जिससे संगठित और असंगठित सभी क्षेत्र के श्रमिकों को लाभ हुआ। विगत 11 वर्ष के कार्यकाल में मोदी सरकार श्रमिकों के हित में कोई कार्य नहीं कर पाई है। कांग्रेस के द्वारा लाई गई मनरेगा योजना को लगातार कमजोर किया जा रहा है। पूंजीपतियों के हित में मजदूरी में वाजिब इजाफा नहीं हो रहा है। सरकार की पूंजीवादी नीति के कारण श्रमिकों के साथ ही देश के नौकरी पेशा मध्यम वर्ग की कमर टूट रही है, जबकि पूंजीपतियों की आमदनी में दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने संसद में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी का आभार जताते हुए कहा कि उनके मुहिम और दबाव में मोदी सरकार जातीय जनगणना कराने जा रही है। इसके आंकड़े आने पर सर्वाधिक फायदा श्रमिक वर्ग को होगा। पूर्व केबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि विगत 11 वर्ष के मोदीजी के कार्यकाल में श्रमिकों और कृषकों के हित की बात स्थगित हो गई है। आय की असमानता बढ़ी है। जातीय जनगणना की मांग पूरी होने पर उन्होंने राहुल गांधी का आभार जताया है। श्रम कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष शफी अहमद ने सभा में मौजूद श्रमिकों को जानकारी दी कि कांग्रेस के कार्यकाल में किस प्रकार श्रमिकों के हित की योजनाएं बनाई गई और उन्हें लागू किया गया। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद श्रमिकों को उन नियमों की जानकारी दी, जिससे श्रमिक कार्यस्थल की सुरक्षा के साथ ही भावी जीवन को भी सुरक्षित कर सकते हैं। कार्यक्रम को अन्य कई वक्ताओं ने संबोधित किया। इस मौके पर 20 सूत्रीय कार्यक्रम के पूर्व उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल,  हेमंत सिन्हा, मो. इस्लाम, अरविंद सिंह गप्पू, दुर्गेश गुप्ता, अनिल सिंह, शफीक खान, रामविनय सिंह, मेराज गुड्डू, जे. कुजूर, लालचंद यादव, अनूप मेहता, अशफाक अली, जीवन यादव, आतिश शुक्ला, शिवप्रसाद अग्रहरि, दीपक मिश्रा, संजय सिंह, दिलीप धर, शकीला सिद्दीकी, अनिता सिन्हा, चंचला सांडिल्य, रूपा ताम्रकार, अंजू सिंह, ममता सिंह, विजय बेक, अनुराग नामदेव, आदर्श बंसल, दिवाकर दुबे, इश्तेयाक खान मौजूद थे।