जमीन का रिकार्ड दुरूस्त करने के नाम पर रुपये की मांग से परेशान कन्हाई

अंबिकापुर। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम द्वारा उदयपुर के एसडीएम कार्यालय से गिरफ्तार किए गए रिश्वतखोर डिप्टी कलेक्टर एसडीएम भागीरथी खाण्डे, सहायक रीडर, भृत्य व नगर सैनिक को शनिवार को प्रथम जिला व सत्र न्यायाधीश ममता पटेल के न्यायालय में पेश किया गया, यहां से चारों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। जमीन से जुड़े राजस्व मामले का फैसला पक्ष में करने के एवज में एसडीएम ने ग्रामीण से 50 हजार रुपये की मांग की थी, इसे लेने के चक्कर में इनके कर्मचारी व सुरक्षा गार्ड भी चपेट में आ गए और सभी को जेल की हवा खानी पड़ी।  
बता दें एन्टी करप्शन ब्यूरो इकाई अंबिकापुर के द्वारा उदयपुर एसडीएम भागीरथी खाण्डे (बी.आर. खाण्डे) व मातहतों को 07 मई 2024 को कन्हाई राम बंजारा निवासी ग्राम जजगा वार्ड नंबर 13, उदयपुर के द्वारा एसीबी इकाई अंबिकापुर में प्रस्तुत की गई शिकायत के बाद गिरफ्तार किया था। कन्हाई ने ग्राम जजगा स्थित भूमि खसरा नं. 69/31, 70/1 एवं 1004/8 रकबा कमश: 0.251, 0.635 एवं 0.243 हेक्टेयर जमीन उसके तथा परिवार के अन्य सदस्यों के नाम पर है। वह इसके रिकार्ड को दुरूस्त कराना चाहता था। इधर एसडीएम ने पक्ष में आदेश पारित करने के लिए 50 हजार रुपये रिश्वत मांगा था। प्रार्थी ने परेशान होकर इसकी शिकायत एसीबी इकाई अंबिकापुर में की। एसीबी के अधिकारी ने शिकायत को सही पाने पर अग्रिम कार्रवाई करते हुए एसडीएम बीआर खाण्डे, सहायक रीडर धरमपाल, भृत्य अबीर राम व नगर सैनिक कविनाथ सिंह को 21 जून को गिरफ्तार किया था। एसीबी की टीम देर रात एसडीएम को लेकर उनके अंबिकापुर स्थित शासकीय बंगले में भी पहुंची थी और दस्तावेजों को खंगाला था। बताया जा रहा है यहां से कुछ नगद रकम और महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।

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कोई काम नहीं किया-अंबिकापुर। श्रमिक दिवस के अवसर पर गुरुवार 1 मई को जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय राजीव भवन में श्रमिकों का सम्मान कर उन्हें उपहार दिया गया। इस दौरान देश की श्रम शक्ति के उत्थान में कांग्रेस के योगदान और जाति जनगणना की कांग्रेस की मांग पूरी होने से श्रमिक वर्ग के उत्थान पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में शामिल श्रमिकों से बात कर उनकी समस्याओं को भी जाना गया। श्रमिकों की ओर से सर्वाधिक प्रमुख मांग असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए कार्यस्थल पर सुरक्षा के साथ ही पेंशन और बीमा की रही।आयोजित सभा को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने कहा कि देश के श्रमिकों के हित में कांग्रेस ने देश में अनेक योजनाएं लागू की, जिससे संगठित और असंगठित सभी क्षेत्र के श्रमिकों को लाभ हुआ। विगत 11 वर्ष के कार्यकाल में मोदी सरकार श्रमिकों के हित में कोई कार्य नहीं कर पाई है। कांग्रेस के द्वारा लाई गई मनरेगा योजना को लगातार कमजोर किया जा रहा है। पूंजीपतियों के हित में मजदूरी में वाजिब इजाफा नहीं हो रहा है। सरकार की पूंजीवादी नीति के कारण श्रमिकों के साथ ही देश के नौकरी पेशा मध्यम वर्ग की कमर टूट रही है, जबकि पूंजीपतियों की आमदनी में दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने संसद में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी का आभार जताते हुए कहा कि उनके मुहिम और दबाव में मोदी सरकार जातीय जनगणना कराने जा रही है। इसके आंकड़े आने पर सर्वाधिक फायदा श्रमिक वर्ग को होगा। पूर्व केबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि विगत 11 वर्ष के मोदीजी के कार्यकाल में श्रमिकों और कृषकों के हित की बात स्थगित हो गई है। आय की असमानता बढ़ी है। जातीय जनगणना की मांग पूरी होने पर उन्होंने राहुल गांधी का आभार जताया है। श्रम कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष शफी अहमद ने सभा में मौजूद श्रमिकों को जानकारी दी कि कांग्रेस के कार्यकाल में किस प्रकार श्रमिकों के हित की योजनाएं बनाई गई और उन्हें लागू किया गया। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद श्रमिकों को उन नियमों की जानकारी दी, जिससे श्रमिक कार्यस्थल की सुरक्षा के साथ ही भावी जीवन को भी सुरक्षित कर सकते हैं। कार्यक्रम को अन्य कई वक्ताओं ने संबोधित किया। इस मौके पर 20 सूत्रीय कार्यक्रम के पूर्व उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल,  हेमंत सिन्हा, मो. इस्लाम, अरविंद सिंह गप्पू, दुर्गेश गुप्ता, अनिल सिंह, शफीक खान, रामविनय सिंह, मेराज गुड्डू, जे. कुजूर, लालचंद यादव, अनूप मेहता, अशफाक अली, जीवन यादव, आतिश शुक्ला, शिवप्रसाद अग्रहरि, दीपक मिश्रा, संजय सिंह, दिलीप धर, शकीला सिद्दीकी, अनिता सिन्हा, चंचला सांडिल्य, रूपा ताम्रकार, अंजू सिंह, ममता सिंह, विजय बेक, अनुराग नामदेव, आदर्श बंसल, दिवाकर दुबे, इश्तेयाक खान मौजूद थे।