बिश्रामपुर। अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ ने आज सत्रह सूत्रीय मांगो को लेकर क्षेत्रीय महाप्रबंधक कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर नारेबाजी करते हुए अपने मांगों का ज्ञापन क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक को सौंपा है। धरना प्रदर्शन के दौरान संघ के महामंत्री सुजीत सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि कोल इंडिया की सभी अनुषंगी कंपनियों में एक जैसी सदस्यता सत्यापन की व्यवस्था कंपनी को करके आईआर पद्धति सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने वेतन समझौता 11 के संपूर्ण क्रियान्वयन की मांग की। इसके अतिरिक्त उन्होंने ज्ञापन में उल्लेख किया है कि सभी कंपनियों में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के निर्माण के साथ पर्याप्त संख्या में पीरामेडिकल स्टॉफ व दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित होनी चाहिए।कैडर स्कीम में सुधार कर पुराने पदनामों में बदलाव किया जाए। कोल कंपनियों में कार्यरत महिलाओं के सशक्तिकरण हेतु कमेटी गठन किया जाए। भूमि अधिग्रहण के मामलों में मुआवजा व नियोजन को लेकर पारदर्शिता बरतने व गड़बड़ी रोकने की मांग की गई है। साथ ही सीपीआरएमएस स्कीम में कैशलेस इलाज की सुविधा देने और इसके लिए लोगों को स्मार्ट कार्ड दिए जाने की मांग भी शामिल है। इसके अतिरिक्त माइनिंग संवर्ग के गैर अधिकारी से अधिकारी पद पर पदोन्नति पॉलिसी में सुधार किए जाने, सेवानिवृत्त कर्मियों के पेंशन रिवाइज और बकाया भुगतान कराए जाने, ठेका मजदूरों की समस्या जैसे आठ घंटे ड्यूटी, बायोमेट्रिक हाजरी, वेतन भत्ते, सुरक्षा, कल्याण, सामाजिक सुरक्षा बोनस एचपीसी वेजेज के क्रियान्वयन की मांग की भी गई है। कोयला कर्मियों की दुर्घटना होने पर एक करोड़ पन्द्रह लाख रुपए, ठेका मजदूरों को चालीस लाख रुपए का बीमा लागू किए जाने की मांग की गई है।खदानों में सुरक्षा उपायों को सुदृढ़ कर दोषियों पर ठोस कार्यवाही की मांग की गई है। मांग पत्र में सीएमपीएफ में व्याप्त अनियमितता को दूर करने, निवेश धांधली की सीबीआई जांच कराने, सीएमपीएफ को ऑनलाइन करने की मांग शामिल है। सत्रह सूत्रीय मांगों को लेकर आगामी 30 सितंबर को कंपनी मुख्यालय में संघ द्वारा प्रदर्शन किए जाने की बात भी कही गई है। मांग पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि उक्त सभी मांगों को लेकर कई बार कंपनी प्रबंधन का ध्यान आकर्षण कराया गया लेकिन प्रबंधन लगातार टाल मटोल रवैया अपनाया हुआ है। जिससे संघ अब आरपार के लड़ाई की तैयारी में जुट गया है। आज के धरना प्रदर्शन के दौरान मजरूल हक अंसारी उपाध्यक्ष एबीकेएमएस, सुजीत सिंह, राजेश सिंह, प्रेम कुमार, हेमंत, रन साय, मुनमुन सिंह, अशोक सिंह, सौरभ पाण्डेय, वंशराज, राजेश विठालकर, अनिल, प्रिंस, अमर साय, महेश गुप्ता, साधना मिश्रा, इंदू, आरती सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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कोई काम नहीं किया-अंबिकापुर। श्रमिक दिवस के अवसर पर गुरुवार 1 मई को जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय राजीव भवन में श्रमिकों का सम्मान कर उन्हें उपहार दिया गया। इस दौरान देश की श्रम शक्ति के उत्थान में कांग्रेस के योगदान और जाति जनगणना की कांग्रेस की मांग पूरी होने से श्रमिक वर्ग के उत्थान पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में शामिल श्रमिकों से बात कर उनकी समस्याओं को भी जाना गया। श्रमिकों की ओर से सर्वाधिक प्रमुख मांग असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए कार्यस्थल पर सुरक्षा के साथ ही पेंशन और बीमा की रही।आयोजित सभा को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने कहा कि देश के श्रमिकों के हित में कांग्रेस ने देश में अनेक योजनाएं लागू की, जिससे संगठित और असंगठित सभी क्षेत्र के श्रमिकों को लाभ हुआ। विगत 11 वर्ष के कार्यकाल में मोदी सरकार श्रमिकों के हित में कोई कार्य नहीं कर पाई है। कांग्रेस के द्वारा लाई गई मनरेगा योजना को लगातार कमजोर किया जा रहा है। पूंजीपतियों के हित में मजदूरी में वाजिब इजाफा नहीं हो रहा है। सरकार की पूंजीवादी नीति के कारण श्रमिकों के साथ ही देश के नौकरी पेशा मध्यम वर्ग की कमर टूट रही है, जबकि पूंजीपतियों की आमदनी में दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने संसद में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी का आभार जताते हुए कहा कि उनके मुहिम और दबाव में मोदी सरकार जातीय जनगणना कराने जा रही है। इसके आंकड़े आने पर सर्वाधिक फायदा श्रमिक वर्ग को होगा। पूर्व केबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि विगत 11 वर्ष के मोदीजी के कार्यकाल में श्रमिकों और कृषकों के हित की बात स्थगित हो गई है। आय की असमानता बढ़ी है। जातीय जनगणना की मांग पूरी होने पर उन्होंने राहुल गांधी का आभार जताया है। श्रम कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष शफी अहमद ने सभा में मौजूद श्रमिकों को जानकारी दी कि कांग्रेस के कार्यकाल में किस प्रकार श्रमिकों के हित की योजनाएं बनाई गई और उन्हें लागू किया गया। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद श्रमिकों को उन नियमों की जानकारी दी, जिससे श्रमिक कार्यस्थल की सुरक्षा के साथ ही भावी जीवन को भी सुरक्षित कर सकते हैं। कार्यक्रम को अन्य कई वक्ताओं ने संबोधित किया। इस मौके पर 20 सूत्रीय कार्यक्रम के पूर्व उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल,  हेमंत सिन्हा, मो. इस्लाम, अरविंद सिंह गप्पू, दुर्गेश गुप्ता, अनिल सिंह, शफीक खान, रामविनय सिंह, मेराज गुड्डू, जे. कुजूर, लालचंद यादव, अनूप मेहता, अशफाक अली, जीवन यादव, आतिश शुक्ला, शिवप्रसाद अग्रहरि, दीपक मिश्रा, संजय सिंह, दिलीप धर, शकीला सिद्दीकी, अनिता सिन्हा, चंचला सांडिल्य, रूपा ताम्रकार, अंजू सिंह, ममता सिंह, विजय बेक, अनुराग नामदेव, आदर्श बंसल, दिवाकर दुबे, इश्तेयाक खान मौजूद थे।