दिव्यांग जनों के जीवन को आसान और सुखमय बनाने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने जशपुर के ग्राम बगिया में 07 दिव्यांगों को निःशुल्क बस पास वितरित कर उन्हें शॉल, श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया।

 कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने दिव्यांग लक्ष्मी बाई, विकास नायक, तिजनु राम, देव कुमार चौहान, संध्या सिदार, सोनम सिदार, सुशीला तिग्गा, सुशीला बाई नायक, पूजा नारंगे सहित वरिष्ठ नागरिकों को निःशुल्क बस पास वितरित किए। पहली बार सिकलसेल से पीड़ित 18 वर्षीय सोनम सिदार एवं 08 वर्षीय बालक देव कुमार चौहान को भी बस पास प्रदान किया गया।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ शासन समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के तहत ‘दिव्यांगजन निःशुल्क बस-यात्रा पास’ का प्रावधान किया गया है। जिसमें परिवहन विभाग के समन्वय से दिव्यांगजनों के लिए निःशुल्क बस-यात्रा पास तथा रेल यात्रा हेतु रियायत प्रमाण पत्र बनाये जाते हैं।

दिव्यांगजनों की दिक्कतें हुई दूर
सिकलसेल बीमारी से ग्रसित चराईडांड निवासी सोनम सिदार ने कहा कि उन्हें ईलाज के लिए बार बार जशपुर या अन्य बड़े शहरों में इलाज के लिए जाना पड़ता था। निःशुल्क बस पास मिल जाने से उनके आने जाने के खर्च की दिक्कत खत्म हो जाएगी और उनकी पढ़ाई भी नियमित रूप से हो सकेगी। अस्थिबाधित दिव्यांग विकास नायक ने कहा कि पहले वे कहीं आने जाने में दिक्कत महसूस करते थे। ऐसे में निःशुल्क बस पास मिलने से ना सिर्फ राज्य अपितु दूसरे राज्य में भी आना जाना कर सकेंगे। उन्होंने निःशुल्क बस पास के लिए मुख्यमंत्री श्री साय का आभार व्यक्त किया।

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कोई काम नहीं किया-अंबिकापुर। श्रमिक दिवस के अवसर पर गुरुवार 1 मई को जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय राजीव भवन में श्रमिकों का सम्मान कर उन्हें उपहार दिया गया। इस दौरान देश की श्रम शक्ति के उत्थान में कांग्रेस के योगदान और जाति जनगणना की कांग्रेस की मांग पूरी होने से श्रमिक वर्ग के उत्थान पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में शामिल श्रमिकों से बात कर उनकी समस्याओं को भी जाना गया। श्रमिकों की ओर से सर्वाधिक प्रमुख मांग असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए कार्यस्थल पर सुरक्षा के साथ ही पेंशन और बीमा की रही।आयोजित सभा को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने कहा कि देश के श्रमिकों के हित में कांग्रेस ने देश में अनेक योजनाएं लागू की, जिससे संगठित और असंगठित सभी क्षेत्र के श्रमिकों को लाभ हुआ। विगत 11 वर्ष के कार्यकाल में मोदी सरकार श्रमिकों के हित में कोई कार्य नहीं कर पाई है। कांग्रेस के द्वारा लाई गई मनरेगा योजना को लगातार कमजोर किया जा रहा है। पूंजीपतियों के हित में मजदूरी में वाजिब इजाफा नहीं हो रहा है। सरकार की पूंजीवादी नीति के कारण श्रमिकों के साथ ही देश के नौकरी पेशा मध्यम वर्ग की कमर टूट रही है, जबकि पूंजीपतियों की आमदनी में दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने संसद में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी का आभार जताते हुए कहा कि उनके मुहिम और दबाव में मोदी सरकार जातीय जनगणना कराने जा रही है। इसके आंकड़े आने पर सर्वाधिक फायदा श्रमिक वर्ग को होगा। पूर्व केबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि विगत 11 वर्ष के मोदीजी के कार्यकाल में श्रमिकों और कृषकों के हित की बात स्थगित हो गई है। आय की असमानता बढ़ी है। जातीय जनगणना की मांग पूरी होने पर उन्होंने राहुल गांधी का आभार जताया है। श्रम कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष शफी अहमद ने सभा में मौजूद श्रमिकों को जानकारी दी कि कांग्रेस के कार्यकाल में किस प्रकार श्रमिकों के हित की योजनाएं बनाई गई और उन्हें लागू किया गया। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद श्रमिकों को उन नियमों की जानकारी दी, जिससे श्रमिक कार्यस्थल की सुरक्षा के साथ ही भावी जीवन को भी सुरक्षित कर सकते हैं। कार्यक्रम को अन्य कई वक्ताओं ने संबोधित किया। इस मौके पर 20 सूत्रीय कार्यक्रम के पूर्व उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल,  हेमंत सिन्हा, मो. इस्लाम, अरविंद सिंह गप्पू, दुर्गेश गुप्ता, अनिल सिंह, शफीक खान, रामविनय सिंह, मेराज गुड्डू, जे. कुजूर, लालचंद यादव, अनूप मेहता, अशफाक अली, जीवन यादव, आतिश शुक्ला, शिवप्रसाद अग्रहरि, दीपक मिश्रा, संजय सिंह, दिलीप धर, शकीला सिद्दीकी, अनिता सिन्हा, चंचला सांडिल्य, रूपा ताम्रकार, अंजू सिंह, ममता सिंह, विजय बेक, अनुराग नामदेव, आदर्श बंसल, दिवाकर दुबे, इश्तेयाक खान मौजूद थे।