उड़ीसा से गांजा लेकर आ रहे तस्कर पुलिस को देखकर कार छोड़कर भागे थे
पुलिस पूर्व में एक आरोपी को गिरफ्तार करके भेजी थी जेल
अंबिकापुर। लग्जरी कार से अवैध मादक पदार्थ गांजा की तस्करी के मामले में फरार दूसरे गांजा तस्कर को पकड़ने में साइबर सेल एवं थाना कोतवाली पुलिस टीम सफल हुई है। वाहन मालिक से अर्टिगा कार को एग्रीमेंट में लेकर आरोपी के द्वारा अवैध मादक पदार्थ गांजा की तस्करी में इस्तेमाल किया जा रहा था। पुलिस ने कार सहित 50 किलो गांजा बरामद किया था। जप्त किए गए गांजा की कीमत लगभग 10 लाख रुपये है।
कोतवाली थाना पुलिस टीम को बीते 18 जून को मुखबिर से सूचना मिली थी कि मारुती अर्टिगा वाहन क्रमांक सीजी 10बीक्यू 7587 में चालक एवं अन्य भारी मात्रा में गांजा लेकर बिक्री करने रायगढ़ से अंबिकापुर आ रहे हैं। सूचना पर लुचकी घाट के पास पुलिस टीम संदिग्ध कार की घेराबंदी के लिए तैनात थी। अर्टिगा कार के चालक व अन्य पुलिस टीम की भनक लगते ही बीच रास्ते में कार को छोड़कर मौके से फरार हो गए थे। पुलिस टीम को कार की तलाशी में 50 किलोग्राम गांजा मिला था। मामले में पुलिस टीम ने पूर्व में 21 जुलाई को फरार आरोपी राहुल सोनी को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा था। नगर पुलिस अधीक्षक रोहित शाह के नेतृत्व में विशेष पुलिस टीम मामले में घटना दिनांक से फरार अन्य आरोपियों के तलाश में लगी थी। पुलिस टीम ने तकनीकी जानकारी प्राप्त कर आरोपी अंशुल शुक्ला 23 वर्ष निवासी दरभंगा चौक, वार्ड नंबर 23 शहडोल मध्य प्रदेश को घेराबंदी करके पकड़ा। आरोपी ने पूछताछ करने पर अर्टिगा कार को वाहन मालिक से अनुबंध में 27 हजार रुपये मासिक किराया पर लेना बताया। आरोपी ने यह भी बताया कि वह उड़ीसा से अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर गांजा की तस्करी कर रहा था। लुचकी घाट के पास पुलिस टीम को देखकर कार एवं गांजा को छोड़कर वे भाग गए थे। इसके पीछे एक कारण यह भी था कि पुलिस का शक वाहन मालिक पर जाएगा और पुलिस उसे गिरफ्तार करेगी। पुलिस ने सूझबूझ का परिचय दिया और वाहन मालिक से सच्चाई जानने के बाद मुख्य तस्करों के तलाश में जुट गई। कार्रवाई में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक मनीष सिंह परिहार, साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक मोरध्वज देशमुख, सहायक उपनिरीक्षक अजीत मिश्रा व अभिषेक दुबे, प्रधान आरक्षक भोजराज पासवान, आरक्षक अनुज जायसवाल, शिव राजवाड़े, जितेश साहू, शामिल रहे।

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कोई काम नहीं किया-अंबिकापुर। श्रमिक दिवस के अवसर पर गुरुवार 1 मई को जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय राजीव भवन में श्रमिकों का सम्मान कर उन्हें उपहार दिया गया। इस दौरान देश की श्रम शक्ति के उत्थान में कांग्रेस के योगदान और जाति जनगणना की कांग्रेस की मांग पूरी होने से श्रमिक वर्ग के उत्थान पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में शामिल श्रमिकों से बात कर उनकी समस्याओं को भी जाना गया। श्रमिकों की ओर से सर्वाधिक प्रमुख मांग असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए कार्यस्थल पर सुरक्षा के साथ ही पेंशन और बीमा की रही।आयोजित सभा को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने कहा कि देश के श्रमिकों के हित में कांग्रेस ने देश में अनेक योजनाएं लागू की, जिससे संगठित और असंगठित सभी क्षेत्र के श्रमिकों को लाभ हुआ। विगत 11 वर्ष के कार्यकाल में मोदी सरकार श्रमिकों के हित में कोई कार्य नहीं कर पाई है। कांग्रेस के द्वारा लाई गई मनरेगा योजना को लगातार कमजोर किया जा रहा है। पूंजीपतियों के हित में मजदूरी में वाजिब इजाफा नहीं हो रहा है। सरकार की पूंजीवादी नीति के कारण श्रमिकों के साथ ही देश के नौकरी पेशा मध्यम वर्ग की कमर टूट रही है, जबकि पूंजीपतियों की आमदनी में दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने संसद में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी का आभार जताते हुए कहा कि उनके मुहिम और दबाव में मोदी सरकार जातीय जनगणना कराने जा रही है। इसके आंकड़े आने पर सर्वाधिक फायदा श्रमिक वर्ग को होगा। पूर्व केबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि विगत 11 वर्ष के मोदीजी के कार्यकाल में श्रमिकों और कृषकों के हित की बात स्थगित हो गई है। आय की असमानता बढ़ी है। जातीय जनगणना की मांग पूरी होने पर उन्होंने राहुल गांधी का आभार जताया है। श्रम कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष शफी अहमद ने सभा में मौजूद श्रमिकों को जानकारी दी कि कांग्रेस के कार्यकाल में किस प्रकार श्रमिकों के हित की योजनाएं बनाई गई और उन्हें लागू किया गया। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद श्रमिकों को उन नियमों की जानकारी दी, जिससे श्रमिक कार्यस्थल की सुरक्षा के साथ ही भावी जीवन को भी सुरक्षित कर सकते हैं। कार्यक्रम को अन्य कई वक्ताओं ने संबोधित किया। इस मौके पर 20 सूत्रीय कार्यक्रम के पूर्व उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल,  हेमंत सिन्हा, मो. इस्लाम, अरविंद सिंह गप्पू, दुर्गेश गुप्ता, अनिल सिंह, शफीक खान, रामविनय सिंह, मेराज गुड्डू, जे. कुजूर, लालचंद यादव, अनूप मेहता, अशफाक अली, जीवन यादव, आतिश शुक्ला, शिवप्रसाद अग्रहरि, दीपक मिश्रा, संजय सिंह, दिलीप धर, शकीला सिद्दीकी, अनिता सिन्हा, चंचला सांडिल्य, रूपा ताम्रकार, अंजू सिंह, ममता सिंह, विजय बेक, अनुराग नामदेव, आदर्श बंसल, दिवाकर दुबे, इश्तेयाक खान मौजूद थे।