अंबिकापुर। कथित रूप से स्थानांतरित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के एक अधिकारी का घरेलू सामान खरीदने के चक्कर में महिला 82 हजार रुपये की ठगी का शिकार हो गई। घटना की जानकारी कोतवाली थाना पुलिस को दी गई है, जिस पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और अग्रिम जांच, कार्रवाई में लगी है।
कंठी की अनामिका राजवाड़े ने पुलिस को बताया है कि अंबिकापुर दर्रीपारा निवासी मीना सिंह ने बताया कि प्रकाश टंडन अपर कलेक्टर रायपुर के फेसबुक से चैटिंग के माध्यम से पता चला है कि सीआरपीएफ के अधिकारी आशीष कुमार का ट्रांसफर हो गया है और वे अपने घर का सामान बेचना चाहते हैं। इसके लिए 73 हजार रुपये भुगतान करने एक खाता नंबर दिया गया था। उक्त खाते में ऑनलाइन रकम ट्रांसफर मेरे खाते से 24 सितम्बर की सुबह उन्होंने कर दिया। इसके अलावा मीना सिंह के खाते से 9000 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किया गया। पैसा देने के बाद भी जब सामान नहीं भेजा गया, तो संदेह की स्थिति बनी। सामान भेजने के लिए कहने पर लगातार रुपये की मांग की जा रही है। मीना संह ने शंका समाधान के लिए प्रकाश टंडन से फोन पर बात की तो पता चला कि उनसे फेसबुक पर किसी सीआरपीएफ के अधिकारी का सामान खरीदने के संबंध में कोई बात नहीं हुई है। इसके बाद इन्हें ठगी का एहसास हुआ। अनामिका राजवाड़े ने पुलिस को बताया है कि वह किश्त में उक्त रकम को दिए गए खाता नंबर पर भेजी है। रिपोर्ट पर पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।

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कोई काम नहीं किया-अंबिकापुर। श्रमिक दिवस के अवसर पर गुरुवार 1 मई को जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय राजीव भवन में श्रमिकों का सम्मान कर उन्हें उपहार दिया गया। इस दौरान देश की श्रम शक्ति के उत्थान में कांग्रेस के योगदान और जाति जनगणना की कांग्रेस की मांग पूरी होने से श्रमिक वर्ग के उत्थान पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में शामिल श्रमिकों से बात कर उनकी समस्याओं को भी जाना गया। श्रमिकों की ओर से सर्वाधिक प्रमुख मांग असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए कार्यस्थल पर सुरक्षा के साथ ही पेंशन और बीमा की रही।आयोजित सभा को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने कहा कि देश के श्रमिकों के हित में कांग्रेस ने देश में अनेक योजनाएं लागू की, जिससे संगठित और असंगठित सभी क्षेत्र के श्रमिकों को लाभ हुआ। विगत 11 वर्ष के कार्यकाल में मोदी सरकार श्रमिकों के हित में कोई कार्य नहीं कर पाई है। कांग्रेस के द्वारा लाई गई मनरेगा योजना को लगातार कमजोर किया जा रहा है। पूंजीपतियों के हित में मजदूरी में वाजिब इजाफा नहीं हो रहा है। सरकार की पूंजीवादी नीति के कारण श्रमिकों के साथ ही देश के नौकरी पेशा मध्यम वर्ग की कमर टूट रही है, जबकि पूंजीपतियों की आमदनी में दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने संसद में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी का आभार जताते हुए कहा कि उनके मुहिम और दबाव में मोदी सरकार जातीय जनगणना कराने जा रही है। इसके आंकड़े आने पर सर्वाधिक फायदा श्रमिक वर्ग को होगा। पूर्व केबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि विगत 11 वर्ष के मोदीजी के कार्यकाल में श्रमिकों और कृषकों के हित की बात स्थगित हो गई है। आय की असमानता बढ़ी है। जातीय जनगणना की मांग पूरी होने पर उन्होंने राहुल गांधी का आभार जताया है। श्रम कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष शफी अहमद ने सभा में मौजूद श्रमिकों को जानकारी दी कि कांग्रेस के कार्यकाल में किस प्रकार श्रमिकों के हित की योजनाएं बनाई गई और उन्हें लागू किया गया। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद श्रमिकों को उन नियमों की जानकारी दी, जिससे श्रमिक कार्यस्थल की सुरक्षा के साथ ही भावी जीवन को भी सुरक्षित कर सकते हैं। कार्यक्रम को अन्य कई वक्ताओं ने संबोधित किया। इस मौके पर 20 सूत्रीय कार्यक्रम के पूर्व उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल,  हेमंत सिन्हा, मो. इस्लाम, अरविंद सिंह गप्पू, दुर्गेश गुप्ता, अनिल सिंह, शफीक खान, रामविनय सिंह, मेराज गुड्डू, जे. कुजूर, लालचंद यादव, अनूप मेहता, अशफाक अली, जीवन यादव, आतिश शुक्ला, शिवप्रसाद अग्रहरि, दीपक मिश्रा, संजय सिंह, दिलीप धर, शकीला सिद्दीकी, अनिता सिन्हा, चंचला सांडिल्य, रूपा ताम्रकार, अंजू सिंह, ममता सिंह, विजय बेक, अनुराग नामदेव, आदर्श बंसल, दिवाकर दुबे, इश्तेयाक खान मौजूद थे।