हत्या के बाद पानी टंकी के फांउडेशन में दफनाया था शव, पुलिस पूछताछ में खुला राज
अंबिकापुर। सरगुजा जिला के सीतापुर थाना क्षेत्र से लापता युवक का शव मैनपाट में बने पानी टंकी के नीचे फांउडेशन में दफनाया गया था। सनसनीखेज जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने पानी टंकी को गिराकर जेसीबी से फाउंडेशन को खोदवाया तो नरकंकाल बरामद हुआ। संदेहियों से कड़ी पूछताछ में हत्या का पर्दाफास हुआ है। मृतक की शिनाख्त के लिए पुलिस कंकाल का डीएनए टेस्ट कराएगी। मृतक पेशे से राजमिस्त्री का काम करता था और पिछले 3 माह से लापता था।
जानकारी के अनुसार सीतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम उलकिया हाई स्कूल भवन का कार्य ठेकदार अभिषेक पांडेय एवं साथियों के द्वारा कराया जा रहा था। तीन माह पूर्व निर्माण कार्य स्थल से छड़, सीमेंट एवं अन्य निर्माण सामग्री की चोरी हो रही थी। 07 जून को ठेकेदार एवं साथियों ने मामले में दीपेश उर्फ संदीप को उठाया एवं उसे गाड़ी में बैठाकर ले गए। इसके बाद संदीप लकड़ा वापस नहीं लौटा। अगले दिन ठेकेदार अभिषेक पांडेय ने सीतापुर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि दीपेश और विकास नामक युवकों ने निर्माण स्थल से छड़ चोरी करके बेच दिया है। इधर दीपेश की पत्नी सलीमा लकड़ा ने 16 जून को सीतापुर थाने में अपने पति के गुमशुदा होने की शिकायत दर्ज कराई। संदीप के लापता होने के बाद मोबाइल लोकेशन लेकर उसकी तलाश की जा रही थी, लेकिन उसका लोकेशन गोवा एवं मुंबई में कुछ समय के लिए मोबाइल चालू करने पर बताया था।
पूर्व में ही जताई गई थी हत्या की आशंका
सर्व आदिवासी समाज ने संदीप लकड़ा की हत्या करने की आशंका जताते हुए मामले का पर्दाफास करने की मांग की थी और थाने का घेराव किया था। इसके बाद पुलिस ने ठेकेदार अभिषेक पांडेय, प्रत्युश पांडेय सहित अन्य के खिलाफ अपहरण, मारपीट और आदिवासी एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया था। घटना की जानकारी लगते ही तत्कालीन खाद्य मंत्री अमरजीत भगत भी लापता संदीप के घर पहुंचे थे। स्वजनों ने भी पुलिस की कार्रवाई को सवालों के घेरे में लिया था।
नए सिरे से पड़ताल करने के दिए थे निर्देश
राजमिस्त्री के लंबे समय से गायब होने के मामले की केस डायरी व सामने आए तथ्यों के बाद सरगुजा पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल ने घटनाक्रम को गंभीरता से लिया था और नए सिरे से मामले की पड़ताल करने के निर्देश दिए थे। पुलिस ने मोबाइल लोकेशन स्पष्ट नहीं होने के कारण ठेकेदार प्रत्युश पांडेय के सहयोगियों को हिरासत में लिया। एएसपी अमोलक सिंह ढिल्लो, सीएसपी रोहित शाह की टीम ने ठेकेदार के सहयोगियों से कड़ाई से पूछताछ की, तो उन्होंने संदीप लकड़ा की हत्या कर मैनपाट के लुरेना में निर्माणाधीन पानी टंकी के नीचे फांउडेशन में गाड़ने की जानकारी दी।
स्वजनों की मौजूदगी में गिराया पानी टंकी
पुलिस टीम गुरूवार को संदेहियों को लेकर लुरैना पहुंची। प्रत्युश पांडेय ने पुलिस को बताया कि हजारों रुपये के सामानों की चोरी की घटना को लेकर उनमें नाराजगी थी। संदीप को पिटाई के बाद वे अपने पास ही रखे थे, इधर सुबह संदीप की मौत हो गई थी। इसके बाद उसे लुरैना में पानी टंकी के फांउडेशन में दफन कर दिए। इसके बाद गुरूवार को पुलिस लापता संदीप के परिजनों एवं सर्व आदिवासी समाज के लोगों के साथ मौके पर जेसीबी लेकर पहुंची। पुलिस ने पानी टंकी गिराकर जेसीबी से खुदाई कराई, तो करीब 15 फुट नीचे युवक का कंकाल बरामद हुआ। पुलिस कंकाल की पहचान के लिए उसका डीएनए टेस्ट कराएगी। फारेंसिक एक्सपर्ट कुलदीप कुजुर की टीम ने कंकाल को प्रिजर्व किया है।
पुलिस अधीक्षक और पूर्व मंत्री पहुंचे मौके पर
स्वजन ने कंकाल की शिनाख्त उसके कपड़ों से की है। मामले को संवेदनशील मानते हुए सीतापुर क्षेत्र में पुलिस बल को तैनात किया गया है। घटना सामने आने के बाद सरगुजा पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल, पूर्व मंत्री अमरजीत भगत भी मौके पर पहुंचे। कंकाल सामने देखकर स्वजनों का विलाप शुरू हो गया, जिससे शोक का माहौल बन गया। घटना के परिप्रेक्ष्य में पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल का कहना है कि आरोपियों ने संदीप को पीट-पीटकर मार डाला था। बाद में लुरैना तिब्बती कैंप के पास बड़कापारा में नल-जल योजना के तहत पानी टंकी बनाने के लिए खोदे गए गड्ढे में शव को डालकर उसे दफन कर दिया। पुलिस ने कंकाल बरामद कर लिया है।
