बलरामपुर। बलरामपुर-रामानुजगंज जिला के ग्राम बरदर निवासी सुदामा नागवंशी ने बलरामपुर कलेक्टर को आवेदन देकर नायब तहसीलदार रवि भोजवानी पर बिना वैध सीमांकन प्रक्रिया के आदिवासी परिवार को बेदखल करने की कथित कोशिश का आरोप लगाया है। सुदामा का आरोप है कि नायब तहसीलदार ने सीमांकन के लिए नोटिस देने के एक दिन बाद जेसीबी मंगवाकर उनके मकान को गिराने की धमकी दी और एक सप्ताह में घर खाली करने का फरमान सुना दिया।
आवेदन में उन्होंने बताया है कि उनके पिता मुनेश्वर नागवंशी के नाम पर दर्ज 4.30 एकड़ पैतृक भूमि पर उनका परिवार बीते 70-80 वर्षों से निवास कर रहा है। भूमि उनका स्थायी निवास स्थल है, जहां उनका घर और बाड़ी स्थित है। बिना किसी वैध सीमांकन के जबरन बेदखली का आदेश आदिवासी अधिकारों और मानवीय मूल्यों की खुलेआम अवहेलना है। पीड़ित का दावा है कि पूरी कार्रवाई एक प्रभावशाली नेता के दबाव में आकर की जा रही है। प्रशासन के एक अधिकारी के द्वारा की गई एकतरफा कार्रवाई न सिर्फ दमनात्मक है, बल्कि प्रशासनिक पद का दुरुपयोग भी है।

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