मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के हाथों नियुक्ति पत्र का किया गया
जरही। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में रोजगार सृजन की दिशा में एक बड़ी पहल करते हुए साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की महामाया ओपन कास्ट कोयला खदान परियोजना के अंतर्गत शनिवार को 86 भूमि अधिग्रहित हितग्राहियों को रोजगार प्रदान किया गया। महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के करकमलों से नवचयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपा गया। कार्यक्रम में वन विकास निगम के अध्यक्ष रामसेवक पैकरा, जिला पंचायत अध्यक्ष चंद्रमणि देवपाल पैकरा, नगर पंचायत जरही के अध्यक्ष पूरन राम राजवाड़े, परमेश्वरी राजवाड़े सहित अन्य जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
एसईसीएल भटगांव क्षेत्र के महाप्रबंधक दिलीप बोबड़े ने छत्तीसगढ़ी भाषा में उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कहा, छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया का संकल्प लेकर एसईसीएल ग्रामीणों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर विकास के कार्यों को आगे बढ़ा रही है। उन्होंने बताया कि महामाया परियोजना के माध्यम से न केवल कोयला उत्पादन बढ़ेगा बल्कि क्षेत्रीय विकास को भी नया आयाम मिलेगा। मुख्य अतिथि मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने नवनियुक्त युवाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा, जिस घर में रोजगार आता है, वहां खुशहाली भी अपने आप चली आती है। कोयला उद्योग देश की ऊर्जा और औद्योगिक मजबूती की रीढ़ है। उन्होंने एसईसीएल से अपील की कि जिन हितग्राहियों की भूमि अधिग्रहित की गई है लेकिन अब तक उन्हें नियुक्ति नहीं मिली, उन्हें शीघ्र रोजगार उपलब्ध कराया जाए। इस परियोजना के प्रथम चरण में 7 महिलाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया, जिससे महिला सशक्तिकरण को बल मिला है। जरही क्षेत्र के 214 और हितग्राहियों के नाम चयनित सूची में शामिल है, जिन्हें आने वाले दिनों में नियुक्ति पत्र दिया जाएगा। इस दौरान जिला पंचायत सदस्य लवकेश पैकरा, प्रतापपुर की अनुविभागीय अधिकारी ललिता भगत, नायब तहसीलदार सरिता राजवाड़े, अनुज राजवाड़े, राजकुमार शर्मा, मंगल राम, अमित कुमार सिंह, एके सिंह, राहुल दहिया, अरुण सिंह, संजय सिंह, मुकेश सिंह, प्रताप सिंह मरावी, अशोक गुप्ता, नपं जरही के पार्षद, मरहठा, दुरती, बरौंधी, चौरा के सरपंचों सहित हजारों ग्रामीण मौजूद रहे। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने एसईसीएल की इस पहल की सराहना करते हुए इसे सामाजिक उत्तरदायित्व का मिसाल बताया।

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