बस का इंतजार कर रही कॉलेज की छात्राएं भी हो गई थी सवार, नशे में धुत्त था चालक
अंबिकापुर। सीतापुर थाना क्षेत्र के अंबिकापुर-रायगढ़ मुख्य मार्ग, नेशनल हाइवे 43 में शुक्रवार की सुबह तेज रफ्तार कार ने मोटरसायकल में सवार दंपती को सीधे टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार पति-पत्नी एवं 3 माह के बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई। बाइक सवार को टक्कर मारने के बाद कार सड़क के किनारे एक घर के अहाते में घुस गई। हादसे में कार सवारों को भी चोटें आई हैं। घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सीतापुर में दाखिल किया गया है।
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार की सुबह सीतापुर थाना क्षेत्र के पेटला, दमगड़ा निवासी दंपती बाइक में सवार होकर बीमार मासूम बच्चे को दिखाने के लिए अंबिकापुर आने निकले थे। नेशनल हाईवे 43 में बिशुनपुर के पास सुबह लगभग 8 बजे अंबिकापुर की ओर से तेज रफ्तार में सीतापुर की ओर जा रही मारुती एक्सएल कार क्रमांक सीजी 15 ईसी 0892 के चालक ने बाइक सवार दंपती को सीधे टक्कर मार दी। टक्कर से बाइक सवार उछलकर सड़क पर गिर गए और मौके पर ही इनकी दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों में सुनील लकड़ा (35), अस्मतिया (28) एवं दंपती का 3 माह का बच्चा शामिल है। डॉयल 112 की टीम ने तीनों को सीतापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने इन्हें मृत घोषित कर दिया। हादसे में कार सवार अंजली तिर्की (20) निवासी रजोटी, सुशीला खिंचा (20) निवासी मैनपाट एवं खूशबू पोर्ते (20) निवासी भटको बतौली शामिल हैं। तीनों उद्यानिकी कॉलेज आमाटोली की छात्राएं हैं। अंजली एवं सुशीला दोनों अपनी सहेली के साथ खुशबू पोर्ते के घर गई थीं। शुक्रवार को कॉलेज में प्रायोगिक परीक्षा में शामिल होने के लिए तीनों बतौली बस स्टैंड पहुंचे और बस का इंतजार कर रही थीं, इसी बीच कार से संतोष पैकरा मौके नामक युवक पहुंचा, जो स्वयं कार चला रहा था। एक छात्रा कार चालक संतोष को पहचानती थी, इसलिए तीनों कार में बैठ गई थीं। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो हादसे के दौरान कार की रफ्तार काफी तेज थी। संभवत: कार चालक नशे की हालत में था और वह बेकाबू होकर गलत साइड में जाकर बाइक सवार दंपती को चपेट में ले लिया। सीतापुर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मासूम का इलाज कराने आ रहे थे अंबिकापुर
घटना की सूचना पर मृत दंपती के स्वजन सीतापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। इन्होंने बताया कि 3 वर्ष के बच्चे को निमोनिया हो गया था, जिसका उपचार करने के लिए सुनील लकड़ा अपनी पत्नी और मासूम बच्चे को लेकर अंबिकापुर जाने के लिए घर से निकले थे। घटना से पूरा परिवार सदमे में है। मृत दंपती के दो और बच्चे हैं। इंदु 8 वर्ष एवं चंदू 6 साल का है, इनके सिर से माता-पिता का साया हट गया है। दोनों बच्चों को घर में छोड़कर वे अंबिकापुर जाने के लिए निकले थे।
छात्राओं को सेदम में नहीं उतारा कार चालक
कार में सवार हुई छात्राओं का कहना है कि चालक संतोष पैकरा शराब के नशे में धुत था। उन्होंने सेदम में उन्हें उतार देने के लिए कहा था, लेकिन वह नहीं माना। चालक कार को तेज रफ्तार में चला रहा था, जिसके कारण दर्दनाक हादसा हुआ। हादसे में कार का एयरबैग खुल गया, जिससे चालक को चोटें नहीं आईं। छात्राओं को सिर एवं सीने में चोटें आई हैं।
