पीड़ितों की पुकार सुनने वाला कोई नहीं, भू माफिया पसार रहे पांव
बलरामपुर। जिला मुख्यालय में जमीन के फर्जीवाड़ा का खेल रुक नहीं रहा है। फर्जी सेटलमेंट लगाकर पट्टे की जमीन की रजिस्ट्री कई बार करने का आरोप लगा है, शिकायत भी हुई लेकिन ठोस कार्रवाई नहीं हुई। एक बार फिर ऐसा ही मामला बलरामपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम अलखडीहा में सामने आया है। शासकीय पट्टे की जमीन का फर्जी सेटलमेंट लगाकर 5 डिसमिल की जगह धोखाधड़ी करते हुए 32 डिसिमल रजिस्ट्री करा ली गई। इसकी लिखित शिकायत कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक से करके प्राथमिक दर्ज करने की मांग पट्टा जमीन के मालिक ने की है।
ग्राम अलखडीहा निवासी वृद्ध बोलो पिता रूपचंद का कहना है कि उसके पट्टे की भूमि गांव में है, जिसका खसरा नंबर 132 रकबा 0.300 हेक्टेयर है। आरोप है कि तारा देवी पति काशीनाथ तिवारी, सुनील सिंह पिता विश्राम सिंह, केशर यादव पिता रामसेवक यादव उसे अस्पताल आते समय रास्ते से उप पंजीयक कार्यालय ले गए, यहां 5 डिसमिल जमीन की जगह 32 डिसमिल जमीन की रजिस्ट्री 21 अप्रैल को करा लिए। बोलो ने बताया कि जमीन दलाल दीपक शर्मा पिता सेवक शर्मा, अरविंद पिता कालिदास पूरे फर्जीवाड़ा को अंजाम देने में सहयोगी रहे। फर्जीवाड़ा के बाद उन्होंने बलरामपुर थाने में लिखित आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की। कार्रवाई नहीं होने पर वह पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा है और न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है।
थाना प्रभारी ने की घोर लापरवाही
मामले में बलरामपुर थाना प्रभारी की लापरवाही उजागर हो रही है। पीड़ित पक्षों का आरोप है कि वे इसकी जानकारी देने समय रहते थाना पहुंचे थे, लेकिन थाना प्रभारी ने उन्हें बाद में बुलाता हूं कह कर टाल दिया। जब थाने में सुनवाई नहीं हुई तो पीड़ित पुलिस अधीक्षक के समक्ष उपस्थित होकर अपना दुखड़ा सुनाए। पीड़ितों का कहना है कि थाना प्रभारी की कार्यशैली से स्पष्ट है कि उन्हें न तो पीड़ितों की चिंता है और न ही कानून के गरिमा की परवाह है। ऐसी गैर-जिम्मेदाराना हरकत से पुलिस महकमे की छवि धूमिल हो रही है। सवाल यह उठ रहा है कि जब थाना प्रभारी जैसे जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति से ही न्याय की उम्मीद न हो, तो आम नागरिक किसके पास जाएंगे?
पटवारी ने कहा-मेरा फर्जी हस्ताक्षर हुआ
इस संबंध में हल्का पटवारी करुणा नाग ने कहा कि उनका फर्जी हस्ताक्षर किया गया है। जैसे ही उन्हें इसकी जानकारी मिली, उन्होंने तत्काल लिखित में एसडीएम के संज्ञान में इस बात को लाया है।
फर्जी सेटलमेंट लगाकर पहले भी हुई रजिस्ट्री
जिला मुख्यालय में पहले भी इस प्रकार का फर्जीवाड़ा हो चुका है। फर्जी सेटलमेंट लगाकर जमीन की रजिस्ट्री हुई है, परंतु अब तक ठोस कार्रवाई नहीं होने के कारण इस प्रकार का फर्जीवाड़ा रुक नहीं रहा है।
राजपुर क्षेत्र में वृद्ध कर लिया था आत्महत्या
राजपुर क्षेत्र में कोरवा जनजाति के वृद्ध के साथ जमीन को लेकर हुए फर्जीवाड़ा के बाद वह न्याय के लिए दर-दर भटकते रह गया और आत्महत्या कर लिया था। इसके बाद कई लोगों के विरुद्ध प्राथमिक भी दर्ज हुई। जिस प्रकार से वृद्ध के द्वारा आरोप लगाया जा रहा है, वह काफी संवेदनशील है। प्रशासन को इस मामले में गंभीरता से कार्रवाई करने की आवश्यकता है।
तीन दिनों में ही जारी कर दिया इश्तहार
ग्राम अलखडिहा में फर्जी सेटलमेंट बनाकर शासकीय पट्टे की 5 डिसमिल भूमि के बदले 32 डिसमिल जमीन को अपने नाम कराने के मामले में पटवारी के द्वारा स्वयं का हस्ताक्षर फर्जी बताने के बाद भी नायब तहसीलदार रवि भोजवानी द्वारा 3 दिन के अंदर इश्तहार जारी करने की चर्चा हो रही है। इस फर्जीवाड़े को लेकर अब राजस्व अमले के ऊपर भी उंगलियां उठने लगी है। नायब तहसीलदार भी संदेह के दायरे में हैं।
दोषियों के विरूद्ध होगी कार्रवाई-एसपी
फोटो-वैभव बैंकर
पुलिस कप्तान वैभव बैंकर ने कहा कि शिकायत पत्र की जांच कराने के बाद विरोधी प्रतिवादियों के विरुद्ध कानून सम्मत धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस घटना में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, किसी को भी बख्सा नहीं जाएगा।
