अंबिकापुर। कोतवाली थाना क्षेत्र के इमलीपारा में पानी लेने गए कार सवारों से गालीगलौज और विवाद करते हुए धारदार तलवार, रॉड से हमला करने की कोशिश नाकाम हो गई। ऐन मौके पर पुलिस गाड़ी के हूटर का आवाज सुनने के बाद आरोपी तलवार और रॉड को अपने घर के सामने फेंक दिए। रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपियों के विरूद्ध केस दर्ज कर लिया है।
ठेकेदारी का काम करने वाले केनाबांध बौरीपारा निवासी दिग्विजय सिंह ऊर्फ मोन्टी ने पुलिस को बताया है कि 29 अप्रैल को गांधी स्टेडियम में चल रहे क्रिकेट मैच को देखकर रात करीब एक बजे वह अनिश और शरद के साथ इमलीपारा में पानी का बॉटल लेने मलिक डेली नीड्स गया था। दुकान से पानी का बॉटल लेने के लिए वह शरद के साथ नीचे उतर गया और अनिश कार को मोड़कर दुकान के पास वापस लाया। इस दौरान दुकान का मालिक कार के दरवाजा को जोर लगाकर बंद कर दिया। इस पर उन्होंने कहा कि कार के दरवाजा को इतना तेज क्यों बंद कर रहे हो, तो दुकान मालिक जिसान सिद्दीकी अपने दुकान के सामने कार खड़ा करने की बात कहते हुए गालीगलौज करने लगा। इसी बात को बहस करते हुए जिसान और उसके पिता रिजवान सिद्दीकी ऊर्फ पाकडु दोनों गालीगलौज करते हुए मारपीट करने लगे। बाद में जिसान अपने घर की ओर से तलवार और उसके पिता रिजवान सिद्दीकी रॉड लेकर आ गए और गर्दन काटकर जान से मार देने की धमकी देते हुए उन्हें मारने के लिए दौड़ाने लगे। इसके बाद वे कार को वहीं छोड़कर भागने लगे। इसी बीच वे घटना की सूचना पुलिस को दिए और पुलिस गाड़ी के सायरन का आवाज सुनकर दोनों आरोपी पिता-पुत्र तलवार व रॉड को अपने घर के सामने फेंककर भाग गए। मौके पर पुलिस के पहुंचने से किसी प्रकार की गंभीर स्थिति नहीं बनने पाई। ठेकेदार दिग्विजय सिंह उर्फ मोन्टी की रिपोर्ट पर मामले में पुलिस ने आर्म्स एक्ट की धारा 25-27 और बीएनएस की धारा 115(2), 296, 3(5), 351(3) का अपराध दर्ज कर लिया है।
