Oplus_131072

बलरामपुर। सिटी कोतवाली बलरामपुर के शौचालय में संतोषीनगर निवासी चतुर्थ वर्ग के कर्मचारी गुरु चंद मंडल के द्वारा की गई खुदकुशी का मामला उग्र रूप ले लिया है। लोगों के आक्रोश को देखते हुए इलाका छावनी में तब्दील कर दिया गया है। अप्रिय स्थिति के बीच शुक्रवार को एएसपी निमिषा पांडेय पर महिलाओं के द्वारा हमला कर देने जैसी तस्वीर भी सामने आई। इधर आननफानन में मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर से गए फारेंसिक विभाग के चिकित्सकों की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम तो हुआ, लेकिन स्वजन शव लेने से इन्कार कर दिए। इनके द्वारा नौकरी और मुआवजा की मांग की गई और पांच सूत्रीय मांगों से संबंधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा है।
विदित हो कि बलरामपुर जिले के संतोषीनगर का गुरूचंद मंडल स्वास्थ्य विभाग के एनआरएचएम कार्यालय का संविदा कर्मचारी था। उसकी पत्नी रीना मंडल लगभग 20 दिन पूर्व गायब हो गई थी। गुमशुदगी की रिपोर्ट बलरामपुर कोतवाली थाना में दर्ज कराई गई थी। इधर पुलिस संदेही पति से पिछले तीन दिनों से पूछताछ कर रही थी। इसी बीच गुरूवार को उसका शव कोतवाली के शौचालय में फांसी के फंदे से लटका मिला था। इसकी भनक जैसे ही स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के अलावा स्वजनों को लगी, आक्रोशित लोगों ने थाने में जमकर बवाल मचाया। थाने सहित पुलिस व प्रशासन के साथ ही आम लोगों के वाहनों में तोड़फोड़ जैसी घटना सामने आई। चक्काजाम किया गया, बेकाबू हालात के बीच पुलिस ने बल प्रयोग किया, आंसू गैस के गोले दागे। इसके बाद भी हालात नहीं बदले। शुक्रवार को सुबह से ही समाज के लोग जिला चिकित्सालय के सामने हंगामा करते नजर आए। कुछ घंटे के लिए सड़क जाम की स्थिति भी बनी रही। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के बाद पुलिस उसके गृह ग्राम संतोषीनगर ले गई। पुलिस गांव में शव लेकर पहुंची, तो वहां का माहौल अलग ही था। गांव की महिलाएं लाठी-डंडा लेकर पुलिस से निपटने के लिए पहले से तैयार बैठी थीं। शव लेकर गांव के लिए जैसे ही पुलिस रवाना हुई, महिलाओं ने लात,, मुक्का और चप्पल बरसाना शुरू कर दिया, जिसमेें एक महिला पुलिस अधिकारी के अलावा अन्य कर्मचारियों को चोटें आई है। हैरानी की बात यह है कि पुलिस शव के अंतिम संस्कार के लिए बलरामपुर से ही ट्रैक्टर में लकड़ी लेकर गांव रवाना हुई थी। शव लेने से इन्कार करने पर मृतक के शव का अंतिम संस्कार समाचार लिखने तक नहीं हो पाया है।
एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
समाज के लोगों ने बलरामपुर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है, जिसमें मृतक गुरुचंद मंडल की हत्या में संलिप्त सभी लोगों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करने और उन्हें तत्काल गिरफ्तार करने, 5 करोड रुपये मुआवजा देने, परिवार से किसी व्यक्ति को शासकीय नौकरी देने, परिवार को शासकीय समस्त योजनाओं का लाभ देने एवं उच्च स्तरीय जांच की मांग शामिल है।
फारेंसिक चिकित्सक के मौजूदगी में पोस्टमार्टम
सिटी कोतवाली बलरामपुर में हुई खुदकुशी के मामले में पारदर्शिता बनी रहे, इसके लिए सीएमएचओ बलरामपुर के आग्रह पर अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज से फारेंसिक विभाग के चिकित्सक डॉ. संतु बाग और डॉ. रवि भी गए थे। इनकी मौजूदगी में मृतक के शव का पोस्टमार्टम किया गया है।

Spread the love