अंबिकापुर। अटन बिहार सरगवां कॉलोनी का निर्माण पांच साल बाद भी अपूर्ण है। कुछ के्रता आधे-अधूरे निर्मित कॉलोनी में रजिस्ट्री कराकर निवास कर रहे हैं पर उन्हें भी कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कॉलोनी में बाउंड्रीवॉल नहीं होने के कारण यहां निवासरत लोग असुरक्षित हैं। कई मकानों में सिपेज जैसी समस्या हल्की बारिश में आ गई है। इन सभी समस्याओं को लेकर कॉलोनी के क्रेताओं ने मंगलवार को इसकी शिकायत कलेक्टर जनदर्शन में करते हुए मानक अनुरूप निर्माण पूर्ण कराने, डीएचसी व पूर्व ईई, पूर्व एसडीओ, साइड इंचार्ज इंजीनियर द्वारा की गई लापरवाही पर कार्रवाई की मांग की है।
क्रेताओं ने कलेक्टर को अवगत कराया है कि छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मण्डल अंबिकापुर द्वारा स्व-वित्तीय आधार पर जनवरी 2019 में भवन आबंटित किया था। अप्रैल 2020 तक भवन के मूल्य का 85 प्रतिशत राशि क्रेताओं से लिया जा चुका था, अंतिम किश्त 15 प्रतिशत की राशि देय तिथि को लगातार 11 बार यह बताते हुए आगे बढ़ाया गया कि निर्माण कार्य में अपेक्षित प्रगति नहीं हुआ है। छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मण्डल द्वारा अप्रैल 2023 तक भवन का संपूर्ण मूल्य वसूल कर अधूरे एवं अविकसित कॉलोनी में ही भवन का रजिस्ट्री एवं आधिपत्य सौंपने की कार्रवाई आरंभ कर दी गई और आश्वासन दिया गया कि शेष कार्य शीघ्र पूर्ण कर लिया जाएगा, जबकि यह कार्रवाई निर्माण एवं एरिया डेव्हलपमेंट कार्य पूरा होने के बाद की जानी थी। बता दें कि अधिकांश क्रेताओं ने होम लोन से भवन खरीदा है। ऐसे में अनावेदकों के आश्वासन पर भरोसा कर भवन की उन्होंने रजिस्ट्री करा ली, परन्तु आज तक यह परियोजना अपूर्ण है। बाउंड्रीवाल नहीं बनाया गया है, एरिया डेव्हलपमेंट नहीं किया गया है, अधिकांश घरों में सिपेज एवं प्लास्टर गिरने की समस्या है। प्लम्बरिंग, इलेक्ट्रीफिकेशन जैसे कार्य अधूरे पड़े हैं।
किश्त में विलंब होने पर वसूला 10 प्रतिशत ब्याज
क्रेताओं द्वारा किश्त की राशि जमा करने में एक दिन भी विलम्ब होने पर हाउसिंग बोर्ड द्वारा 10 प्रतिशत ब्याज की वसूली की गई है, परन्तु भवन सौंपने में हो रहे विलम्ब तथा भवनों की समस्या से इंगित कराने पर विभाग ने कोई रूचि नहीं ली।
कॉलोनी में हो रही असामाजिक हरकतें
ब्रोशर के अनुसार क्लोज एवं डेव्हलप्ड कॉलोनी बनाने का वादा किया गया है, परंतु बाउंड्रीवॉल नहीं बनने से रात्रि में असामाजिक तत्वों का यहां जमावड़ा लगने लगता है। सुबह कॉलोनी में शराब की बोतलें पड़ी मिलती हंै। कई मकानों के ताले भी तोड़े जा चुके हैं, जिससे कॉलोनीवासी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।